साथियों, एकबार पूरा जरूर पढ़ें ।

साथियों, एकबार पूरा जरूर पढ़ें ।
बस एक बार 
🙏👇🙏

कबीरा कहे हे जग अंधा
अंधी जैसी गाय
बछड़ा था सो मर गया
झूठे चाम चटाय

अर्थ-
        एक गाय थी। उसका बछड़ा मर गया था। एक मालिक ने उसके चमड़े में भूसा भरकर बछड़े का पुतला तैयार कर दिया। गाय अंधी थी। वह बछड़े को तो देख नहीं पाती थी। पहले की तरह उस पुतले को चाट कर दूध देने लगी।

कबीर दास जी कहते हैं यह संसार भी उस अंधी गाय के जैसा है उसने किसी देवी देवता भगवान या अल्लाह को देखा ही नहीं फिर भी बामन देवता का पुतला दिखाकर सदियों से शोषण कर रहा है।

कबीर दास जी इस दोहे के माध्यम से व्यक्तियों को समझाना चाहते हैं की देवी देवताओं के नाम पर दान दक्षिणा देना बंद करो। इस अंधी गाय की तरह प्रेम, भय और लालच दिखाकर सदियों से अछूत, शोषित समाज का शोषण होता रहा है।

👉 मैं उस भगवान को कैसे मान लूं
👉 जो आरती की आवाज सुन लेता है।
👉 लेकिन बहन बेटियों की दर्दनाक चिखें उसे सुनाई नहीं देती।

👉 यदि ईश्वर सब कुछ देखता है।
👉 तो आज मंदिरों में सीसीटीवी कैमरे की जरूरत नहीं पड़ती।

👉 पत्थर की मूर्तियां दूध या शराब पीती हैं
👉 यह कोई चमत्कार नहीं है
👉 चमत्कार तो तब है
👉 जब पत्थर की मूर्तियां दूध दे और करोड़ों भूखे बच्चे दूध पीये

👉 धार्मिक कहते हैं  भगवान की मर्जी के बिना एक पत्ता भी नहीं हिल सकता
👉 तो मंदिरों, चर्च, मस्जिद में रेप होते हैं भगवान, गोड, अल्लाह की मर्जी से ही होते हैं

👉 जब मनु के समय नारी को शिक्षा का अधिकार नहीं था
👉 तो सरस्वती किस कॉलेज से *पीएचडी* करके शिक्षा की देवी बनी

👉 मंदिर में चोरी करने वाला चोर भगवान से नहीं डरता
👉 बल्कि चोरी करते हैं कोई इंसान ना देख ले इस बात से डरता है
👉 कौन बड़ा है भगवान या इंसान

*भारत में जाति और वर्ण का खेल देखो और समझो*

जाति V/S वर्ण

ब्रह्मा के अनुसार चार लोग पैदा किए गए

(१)ब्राह्मण- वर्ण एक, जाति एक
(२)क्षत्रिय- वर्ण एक, जाति एक
(३)वैश्य- वर्ण एक, जाति एक
(४)शूद्र- वर्ण एक जाति अनेक (६७४३) जातियों में बांटा

*नहीं समझे चलो समझाता हूं*

ब्राह्मण से जाति पूछो कहेगा - ब्राह्मण
क्षत्रिय से जाति पूछो कहेगा - राजपूत
वैश्य जाति पूछो कहेगा - बनिया

लेकिन शूद्र से जाति पूछो कहेगा

* पासी
* जाटव
* बैरवा
* बाल्मीकि
* चमार
* मीणा
* धोबी
* कोली
* माली
* नाई
* बघेल
* जाट
* गुर्जर
* काछी
* जयस्वाल
* कुशवाहा
* यादव
* गायरी
* कुम्हार
* खाती
* मेघवाल
* रेगर
* बलाई
* ढोली
* कीर
* खटीक
* सुनार
* मल्लाह
* दरोगा
* टेली
* रबारी
* टेलर
* कुमावत
* लोहार
* पटेल
* बर्मा
* कुर्मी
* मराठा
* जाट

आदि आदि बहुत कुछ मिलाकर (6743)
मतलब सब अलग-थलग

पिटने का कारण समझ में आया?

अगर आप SC, OBC में आते हैं तो आप गर्व से कहें कि हम शूद्र हैं।।

SC - शूद्र
OBC - शूद्र

फिर देखो तमाशा हर जगह बहुसंख्यक शूद्रों का कब्जा हो जाएगा। फिर आपके बच्चे हैं खूब लाइफ एंजॉय करेंगे

√••शूद्रों को हिंदू बना कर मुसलमानों के खिलाफ इकट्ठा कर ब्राह्मण राज करता है। और जातियों में बांट कर एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ उलझाए रखता है। अर्थात शूद्रों की हिंदू जाति की पहचान ब्राह्मणों की सबसे बड़ी ताकत है तो शूद्र की शूद्र के रूप में पहचान ब्राह्मणों की सबसे बड़ी कमजोरी है। इसलिए दुश्मन की कमजोरी को ही हमें हमारी ताकत बनाना होगा तो गर्व से कहो हम शूद्र हैं।

क्योंकि हिंदू धर्म में वर्ण, वर्ण शूद्र, शूद्र में जाति, जाति में क्रमिक ऊंच-नीच बनाकर भगवानों का डर दिखाया।
और ब्राह्मणों के आगे सारे नींच... अब गर्व से कैसे कहे हम हिंदू हैं????
........................................

ब्राह्मणवाद की कहानी का पर्दाफाश होगा।
आज नहीं तो कल निश्चित होगा।

देश के लोगों का मान सम्मान स्वाभिमान छीनने वाले दुश्मनों का सत्यानाश होगा।
जब शेर जागेगा तो लुटेरा गीदड़ दुम दबाकर भागेगा।

*अंधविश्वास भगाओ*
*आत्मविश्वास जगाओ*

शिक्षित बनो और शिक्षित करो

सवेरा और उजाला तब नहीं होता जब सूर्योदय होता है।
उसके लिए आंखें भी खोलनी पड़ती है।

आप ने इसे पढ़ने के लिए समय दिया उसका बहुत-बहुत धन्यवाद।
अब एक एहसान और कर दो 10- 20 साथियों में और ग्रुप में इसे भेज दो। बस यही तरीका है अपने साथियों को जागरूक करने का

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बुद्ध पैदल चलकर एशिया और यूरोप में छा गए
और उड़ने वाले भगवान यही के यही भारत में ही रह गए।।

जय जवान 
जय किसान 
जय विज्ञान 
जय संविधान

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